
Cluster Bomb : एक खतरनाक हथियार जिससे कांप उठता है युद्ध का मैदान
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Shweta
- June 22, 2025
ईरान-इजरायल युद्ध में क्लस्टर बम का इस्तेमाल
हाल ही में इजरायल पर हुए हमले के दौरान जिस हथियार ने दुनियाभर का ध्यान अपनी ओर खींचा, वह था क्लस्टर बम (Cluster Bomb)। यह कोई साधारण बम नहीं बल्कि एक ऐसा विध्वंसक हथियार है जो अपने साथ भय और विनाश दोनों लाता है। इसकी विनाशकारी क्षमता और तकनीकी जटिलता इसे युद्ध के सबसे खतरनाक हथियारों में शामिल करती है। आइए जानते हैं कि क्लस्टर बम (Cluster Bomb) आखिर होता क्या है, कैसे काम करता है और क्या इसके खिलाफ कोई प्रभावी बचाव संभव है।
क्या है क्लस्टर बम?
Cluster Bomb एक प्रकार का विस्फोटक हथियार है जिसे किसी एक निश्चित स्थान पर हमला करने के बजाय एक बड़े क्षेत्र में तबाही मचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह बम जब हवा से गिराया जाता है, तो ज़मीन पर पहुंचने से पहले ही हवा में फट जाता है। इसके बाद इसके अंदर मौजूद सैकड़ों छोटे-छोटे बम जिन्हें क्लस्टर युद्ध सामग्री (Cluster Munitions) या बॉम्बलेट्स कहा जाता है, चारों तरफ फैल जाते हैं।
प्रत्येक बॉम्बलेट अलग-अलग लक्ष्यों पर गिरकर विस्फोट करता है। इस कारण यह हथियार युद्ध में बहुत सारे सैन्य ठिकानों, वाहनों, इमारतों और यहां तक कि आम नागरिकों को भी एक साथ प्रभावित कर सकता है।

कैसे काम करता है क्लस्टर बम?
इस बम की संरचना में एक मुख्य कंटेनर होता है जिसमें सैकड़ों छोटे विस्फोटक पदार्थ यानी बॉम्बलेट्स भरे होते हैं। जब यह कंटेनर एक निर्धारित ऊंचाई पर पहुंचता है तो एक टाइमर या सेंसर की सहायता से हवा में ही खुल जाता है।
इसके बाद बॉम्बलेट्स तेज़ी से अलग-अलग दिशाओं में फैलते हैं और ज़मीन पर गिरकर तुरंत या कुछ देर बाद फटते हैं। कई बार ये बॉम्बलेट्स ज़मीन पर गिरते तो हैं लेकिन विस्फोट नहीं करते, जिससे वे ‘अनएक्सप्लोडेड ऑर्डिनेंस’ (UXO) बन जाते हैं। ये UXO सालों तक जमीन में छिपे रहते हैं और आम नागरिकों के लिए जानलेवा खतरा बने रहते हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्या है स्थिति?
2008 में लागू कन्वेंशन ऑन क्लस्टर म्यूनिशन्स (CCM) नामक एक अंतरराष्ट्रीय संधि के तहत 100 से अधिक देशों ने Cluster Munitions के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। इन देशों का मानना है कि यह हथियार युद्ध समाप्त होने के बाद भी लंबे समय तक आम जनता के लिए खतरा बना रहता है।
हालांकि अमेरिका, रूस, चीन और इजरायल जैसे देश अब तक इस संधि का हिस्सा नहीं बने हैं। वे विशेष परिस्थितियों में आज भी Cluster Bomb का उपयोग करते हैं, जिससे यह मुद्दा अंतरराष्ट्रीय राजनीति में अक्सर चर्चा का विषय बना रहता है।
क्या इजरायल के पास बचाव की तकनीक है?
इजरायल के पास दुनिया की सबसे उन्नत वायु रक्षा प्रणाली ‘Iron Dome’ मौजूद है जो मिसाइल और रॉकेट हमलों को हवा में ही नष्ट कर देती है। हालांकि, क्लस्टर बम जैसे हथियारों के खिलाफ यह प्रणाली सीमित असर दिखाती है क्योंकि इसमें एक साथ सैकड़ों छोटे विस्फोटक इकाइयां होती हैं जिन्हें एक-एक कर रोकना बहुत मुश्किल होता है।
इजरायल ने एक मल्टी-लेयर एयर डिफेंस सिस्टम तैयार किया है जिसमें David’s Sling, Arrow System, और Iron Beam शामिल हैं। ये सिस्टम बड़े पैमाने पर हमलों को रोकने की क्षमता रखते हैं, लेकिन क्लस्टर बम (Cluster Bomb) जैसे फैलाव वाले हथियार से पूरी तरह बचाव अभी भी संभव नहीं हो पाया है।
Cluster Bomb और (क्लस्टर युद्ध सामग्री) Cluster Munitions जैसे हथियार आधुनिक युद्धों की残酷 सच्चाई हैं। ये न केवल युद्ध के समय, बल्कि युद्ध समाप्त होने के वर्षों बाद भी खतरे बने रहते हैं। यही कारण है कि कई देश इन्हें प्रतिबंधित कर चुके हैं, लेकिन जब तक सभी देश एकमत नहीं होते, तब तक यह हथियार मानवता के लिए खतरा बने रहेंगे।
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