गर्भ में ज्ञान, जन्म के बाद वैराग्य: शुकदेव मुनि की कथा
शुकदेव मुनि: जब तक जीव गर्भ में रहता है, तब तक उसे ज्ञान, वैराग्य और पूर्व जन्मों की स्मृति बनी रहती...
शुकदेव मुनि: जब तक जीव गर्भ में रहता है, तब तक उसे ज्ञान, वैराग्य और पूर्व जन्मों की स्मृति बनी रहती...
क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..