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तेजस्वी यादव सुप्रीम कोर्ट से ऊपर हैं क्या? – भड़के BJP प्रवक्ता गौरव भाटिया

तेजस्वी यादव सुप्रीम कोर्ट से ऊपर हैं क्या? – भड़के BJP प्रवक्ता गौरव भाटिया

बिहार विधानसभा 2025 के लिए पक्ष और विपक्ष जनता के वोट के लिए अपने पासे फेंक रहें। तेजस्वी यादव (Tejasvi Yadav) ने वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ पटना में एक रैली में जनता को संबोधित करते हुए वक्फ संशोधन विधेयक 2025 को कूड़ेदान में फेंकने की बात कही थी। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया (Gaurav Bhatiya) ने हाल ही में आयोजित की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में वक्फ कानून के मुद्दे पर तेजस्वी यादव को घेरा और कहा - तेजस्वी यादव क्या सुप्रीम कोर्ट से ऊपर हैं?

 

गौरव भाटिया ने कहा, बिहार में जो लोग खुद को समाजवादी कहते हैं, उनका असली चेहरा नमाज़वाज़ी है। ये नमाज़वादी बाबा साहब के संविधान को नहीं चाहते, न ही उसका सम्मान करते हैं। ये सिर्फ़ शरिया कानून चाहते हैं। ये सिर्फ़ एक समुदाय को सशक्त बनाना चाहते हैं। आरजेडी और तेजस्वी यादव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछड़े वर्गों, दलितों और महिलाओं को सशक्त बनाने के विचार को नष्ट कर रहे हैं। आप शरिया की बात करते हैं, जबकि बीजेपी संविधान की बात करती रहेगी।

 

गौरव भाटिया तेजस्वी यादव पर हमला बोला और कहा कि वो संविधान द्वारा पारित वक्फ संशोधन विधेयक को कूड़ेदान में फेंक देंगे। तुष्टिकरण के उस्ताद मौलाना तेजस्वी यादव, क्या आपने कभी संविधान पढ़ा है? क्या कोई राज्य सरकार संसद में पारित और राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित कानून की अवहेलना कर सकती है।

 

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया कहते हैं, "हम सभी जानते हैं कि यह मामला (वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ याचिकाएं) सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, जिसने आदेश सुरक्षित रखा है। तेजस्वी यादव का ऐसा अराजकतावादी रवैया क्यों है और वह सुप्रीम कोर्ट को क्यों नीचा दिखा रहे हैं? जब सुप्रीम कोर्ट ने अभी तक कोई फैसला नहीं सुनाया है, तो वह कैसे दावा कर सकते हैं कि यह कानून असंवैधानिक है? क्या 9वीं फेल तेजस्वी यादव सुप्रीम कोर्ट से ज्यादा महत्वपूर्ण हो गए हैं? जंगलराज लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव जैसा दिखता है।"

 

गौरव भाटिया कहते हैं, "कल से लाखों लोग एक सवाल पूछ रहे हैं कि भारत के लोकतंत्र में कोई कैसे सार्वजनिक मंच से संविधान की धज्जियाँ उड़ाने और शरिया कानून को बढ़ावा देने की हिम्मत कर सकता है? हमने थोड़ा शोध किया और समझ में आया कि यह तथाकथित घमंडिया गठबंधन, चाहे आप इसे महा ठगबंधन कहें या कुछ और, इसकी मानसिकता संविधान विरोधी, लोकतंत्र विरोधी और डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर के खिलाफ है।"

 

गौरव भाटिया आगे कहते है कि 'यह एक संवैधानिक और नैतिक प्रश्न है और यह अवश्य पूछा जाना चाहिए। क्या आज बिहार में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विपक्ष पूरी तरह से मुद्दों से रहित है? क्या उनके पास सरकार से पूछने के लिए कोई वास्तविक प्रश्न नहीं है, कि वे केवल शरिया के बारे में बात कर रहे हैं और कुछ नहीं?'

 

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