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अहमदाबाद क्रैश के बाद 79% यात्री एअर इंडिया से नाराज़

अहमदाबाद क्रैश के बाद 79% यात्री एअर इंडिया से नाराज़

भरोसे की उड़ान बनी डर का नाम: एयर इंडिया सर्वे में 79% यात्रियों की नाराज़गी

 

हादसे ने भरोसे को झकझोड़ा


12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन गेटविक जाने वाली एयर इंडिया फ्लाइट AI171 (Boeing 787‑8 Dreamliner) टेकऑफ़ के तुरंत बाद मेघानी नगर क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसमें बोर्ड पर 242 में से 241 यात्री और 39+ जमीन पर लोगों की जान गई; सिर्फ एक व्यक्ति — सीट 11A के एक यात्री — बाल-बाल बचे


यात्रियों का गुस्सा: सर्वे में आग बबूला


लोकलसर्कल्स द्वारा किए गए सर्वे में 15,000 यात्रियों (63% पुरुष, 37% महिलाएं) ने भाग लिया जिनमें से 79% यात्रियों ने एयर इंडिया की फ्लाइट्स की गुणवत्ता और रखरखाव को बेहद खराब बताया। यह आंकड़ा सिर्फ एक साल पहले 55% था — यानी एक साल में भरोसे की गहरी गिरावट हुई है ।

 

शिकायतों की पूरी सूची

  • बैगेज हैंडलिंग: 48% यात्रियों ने शिकायत की (पिछले वर्ष 38%)
  • मनोरंजन सिस्टम खराब: 36% (पिछले वर्ष 24%)
  • ग्राहक सेवा: 31% (पिछले वर्ष 24%)
  • खाना: 31% ने खराब खाने की शिकायत की

 

DGCA की कार्रवाई


एहतियात के साथ DGCA ने नाविक सावधानी बरतते हुए तीन वरिष्ठ अधिकारियों को सीआरयू रोस्टरिंग में लापरवाही के चलते निलंबित कर दिया है। साथ ही चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसी लापरवाही दोहराई गई तो एयरलाइन का लाइसेंस रद्द किया जा सकता है ।


ऑपरेशनल व्यवधान


दुर्घटना के बाद DGCA द्वारा बोइंग 787 Dreamliner फ्लीट पर कड़े सुरक्षा जांच लगाई गई — 33 में से 24 विमानों की जांच हो चुकी है, और कई उड़ानों को जब तक जांच पूरी न हो जाए तब तक रद्द रखा गया । इस कारण घरेलू व अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर 83+ उड़ानें रद्द की गईं और अंतरराष्ट्रीय सिड़्ड वाइड-बॉडी उड़ानों को 15% तक घटा दिया गया


सरकार और यात्रियों से मांग


यात्री और लोकलसर्कल्स ने सरकार से DGCA और CCPA के साथ मिलकर एक उच्च स्तरीय समिति बनाने की मांग की है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य में यात्रियों की शिकायतों का प्रभावी समाधान हो और सेवा मानकों में सुधार हो।


परिवारों पर असर और समर्थन


दुर्घटना स्थल से 247 DNA मैचिंग पूरे किए जा चुके हैं और 232 मृतकों के शवों को परिजनों को सौंपा गया. टाटा ग्रुप ने हर मृतक के परिजन को ₹1 करोड़ मुआवजा और घायलों के इलाज का खर्च उठाने की घोषणा की — इसके अलावा बी.जे. मेडिकल कॉलेज में हॉस्टल बहाली का भी ऐलान किया गया.


AI171 हादसे ने केवल एयर इंडिया की कार्यप्रणाली पर ही सवाल खड़े नहीं किए, बल्कि यात्रियों के मन में सुरक्षा और भरोसे का बड़ा संदेह पैदा कर दिया DGCA की कार्यवाही और टाटा ग्रुप का सुसंगठित सहयोग कुछ राहत प्रदान करता है, लेकिन वास्तविक सुधार तब तक संभव नहीं जब तक समग्र सेवा स्तर, रखरखाव और कर्मचारी व्यवहार में स्थायी बदलाव न आए। सरकार को तेज़, पारदर्शी, और सशक्त जांच के साथ साथ उच्च स्तरीय निगरानी व्यवस्था करनी होगी, जिससे विमानन क्षेत्र में फिर कभी ऐसी त्रासदी न हो।

 

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