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उत्तराखंड में चारधाम यात्रा आज से फिर शुरू, मौसम खराबी के बाद पंजीकरण पर लगी रोक हटी

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा आज से फिर शुरू, मौसम खराबी के बाद पंजीकरण पर लगी रोक हटी

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा आज 6 सितंबर 2025 से फिर से शुरू हो गई है। खराब मौसम और लगातार बारिश के कारण 1 से 5 सितंबर तक मौसम कारण चारधाम यात्रा रोक दी गई थी। प्रशासन ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यात्रा स्थगित की थी, लेकिन अब अनुकूल मौसम और सड़कों की मरम्मत के बाद श्रद्धालु सुरक्षित रूप से उत्तराखंड चारधाम यात्रा कर सकेंगे।

 

रिपोर्ट्स के अनुसार, मौसम में सुधार और सड़कों की मरम्मत के बाद उत्तराखंड चारधाम पंजीकरण प्रक्रिया भी दोबारा चालू कर दी गई है। हालांकि, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा अभी भी स्थगित है क्योंकि वहां के मार्गों पर काम जारी है।

 

श्रद्धालुओं की संख्या में कमी

 

अगस्त में उत्तरकाशी में आई आपदा के कारण इस बार श्रद्धालुओं की संख्या में भारी गिरावट देखी गई। आमतौर पर मानसून में संख्या कम रहती है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को सड़कों की मरम्मत सहित यात्रा के दूसरे चरण की तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए। इस साल अब तक कुल 42.82 लाख श्रद्धालु चारधाम यात्रा और हेमकुंड साहिब के दर्शन कर चुके हैं।

 

पंजीकरण और यात्रा व्यवस्था

 

उत्तराखंड चारधाम पंजीकरण ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से किया जा सकता है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए आधिकारिक पोर्टल या उत्तराखंड पर्यटन विभाग की वेबसाइट का उपयोग किया जा सकता है। ऑफलाइन पंजीकरण के लिए श्रद्धालु हरिद्वार, ऋषिकेश और देहरादून में लगे काउंटर पर अपना पंजीकरण कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन के बाद श्रद्धालुओं को एक QR कोड दिया जाएगा, जिसे यात्रा के दौरान साथ रखना अनिवार्य है।

 

सुरक्षा और सावधानियां

 

गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होने के बाद चारधाम यात्रा शुरू की गई है। हालांकि, मौसम में सुधार के बावजूद 256 से अधिक सड़कें भूस्खलन के कारण अभी भी अवरुद्ध हैं। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे मौसम अपडेट और सड़क की स्थिति की जानकारी लेकर ही यात्रा करें। उत्तरकाशी में रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध है। हेलीकॉप्टर सेवाएं सभी हेलीपैड पर सुचारू रूप से शुरू हो गई हैं।

 

चारधाम यात्रा का महत्व

 

उत्तराखंड चारधाम यात्रा यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के पवित्र मंदिरों को जोड़ती है। हिंदू धर्म में इसे अत्यंत पवित्र माना जाता है और मान्यता है कि जो श्रद्धालु चारधाम की यात्रा करते हैं, उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह यात्रा आत्मशुद्धि और पापों की मुक्ति का मार्ग है और भारत की सांस्कृतिक विरासत का अहम हिस्सा मानी जाती है।

 

आज के दिन चारधाम यात्रा अपडेट में यह खबर अहम है कि मौसम में सुधार और प्रशासनिक तैयारियों के बाद श्रद्धालु सुरक्षित रूप से अपने पवित्र धामों की यात्रा कर सकते हैं। सभी यात्री प्रशासन की सलाह का पालन करें और यात्रा के दौरान सुरक्षा नियमों का ध्यान रखें।

 

 ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करे: The India Moves

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