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400 करोड़ की साइबर ठगी, मजदूर दंपती

400 करोड़ की साइबर ठगी, मजदूर दंपती

 

धौलपुर साइबर फ्रॉड केस में 400 करोड़ रुपये की साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें शामिल होने के आरोप में पुलिस ने एक पति-पत्नी को गिरफ्तार किया है। आश्चर्य की बात है कि दोनों आरोपी एक मजदूर हैं, जबकि उनके पास अपना खुद का घर भी नहीं है। पुलिस ने उनके लोकेशन का पता किया, जहाँ पति-पत्नी एक कमरे के मकान में बिना पंखे के सो रहे थे। आगे की कार्रवाई में पता चला कि दोनों अनपढ़ हैं।

 

आगे की जांच प्रक्रिया में ठगी के लिए बनाई गई 4 कंपनियों के अकाउंट में सालभर में 400 करोड़ का ट्रांजैक्शन हुआ था। धौलपुर साइबर फ्रॉड केस में ठगी की गैंग के खिलाफ 4000 शिकायतें दर्ज की गई हैं। इसमें करीब 10 हजार लोगों से अलग-अलग राज्यों में ठगी की आशंका जताई गई है।

 

धौलपुर साइबर फ्रॉड केस में पुलिस की आगे की जांच में पता चला है कि ठगी का मास्टरमाइंड भांजा है, जो पेशे से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। पुलिस ने 8 मई की रात रविंद्र सिंह (54) पुत्र त्रिलोकी नाथ सिंह बलिया (यूपी), दिनेश सिंह (49) पुत्र दीनानाथ बलिया (यूपी) और उसकी पत्नी कुमकुम (38) को दिल्ली के मोहन गार्डन से गिरफ्तार किया है। लेकिन भांजा अभी भी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है। यह मामला संज्ञान में तब आया जब शुरुआत हरिसिंह नाम के व्यक्ति ने 6 मार्च 2025 को साइबर थाना धौलपुर में फिनो पेमेंट बैंक के खाते से साइबर जालसाजी की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने तेजी से जांच शुरू की और मामा, भांजा, पति-पत्नी का अहम किरदार इस फ्रॉड में सामने आया।

 

शिकायतकर्ता हरिसिंह के मुताबिक, उन्हें एक ईमेल आया था, जिस पर क्लिक करने के बाद उनके अकाउंट से करीब 14 लाख रुपये की ठगी हो गई। इस शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और फिनो पेमेंट बैंक के खातों में हजारों साइबर ठगी के रुपये जमा होने का पर्दाफाश हुआ।

आईजी भरतपुर राहुल प्रकाश ने बताया कि फिनो पेमेंट बैंक के खिलाफ हेल्पलाइन नंबर पर पहले से 3 हजार से ज्यादा शिकायतें दर्ज थीं, जो आरोपियों के पकड़े जाने तक 4 हजार तक पहुंच गई थीं।

 

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