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ECI ने राहुल गांधी के 'महाराष्ट्र चुनाव फिक्सिंग' आरोपों को बताया निराधार

ECI ने राहुल गांधी के 'महाराष्ट्र चुनाव फिक्सिंग' आरोपों को बताया निराधार

 

राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक बार फिर से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का मुद्दा उठाया है और इस दौरान महाराष्ट्र चुनाव में फिक्सिंग का आरोप लगाया है। राहुल गांधी के महाराष्ट्र चुनाव में मैच फिक्सिंग के दावे को खारिज करते हुए चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया सामने आई है। चुनाव आयोग (Election Commission) ने राहुल गांधी के चुनाव आरोप पर जवाब देते हुए कहा कि महाराष्ट्र की मतदाता सूची के खिलाफ लगाए गए निराधार आरोप कानून के शासन का अपमान हैं।

 

दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर राहुल गांधी ने एक समाचार पत्र में लिखे गए अपने लेख का लिंक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र में व्यवस्थित चुनावी हेरफेर का जिक्र किया था। साल 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन को 288 में से 235 सीटों के साथ शानदार जीत मिली थी।

 

महाराष्ट्र चुनाव फिक्सिंग पर राहुल गांधी ने चुनाव आयोग से बीजेपी की सांठगांठ होने और मतदान प्रतिशत को बढ़ा-चढ़ाकर बताने का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता ने चेतावनी दी कि इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में भी ऐसा ही पैटर्न दोहराया जा सकता है।

 

सोशल मीडिया X पर शेयर करते हुए राहुल गांधी ने लिखा कि भाजपा और उसके सहयोगियों ने महाराष्ट्र में चुनाव जीतने के लिए 5 चरण की प्लानिंग की थी। राहुल गांधी ने लिखा, 'मेरा लेख चरण दर चरण दिखाता है कि यह कैसे हुआ। चरण 1: चुनाव आयोग की नियुक्ति के लिए पैनल में हेराफेरी की गई। चरण 2: मतदाता सूची में फर्जी मतदाताओं को जोड़ा गया। चरण 3: मतदान प्रतिशत को बढ़ाया गया। चरण 4: ठीक उन्हीं बूथों पर फर्जी मतदान कराए गए जहां भाजपा को जीतना था। चरण 5: सबूतों को छिपाया गया।'

 

अब निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने राहुल गांधी के महाराष्ट्र चुनाव फिक्सिंग आरोप पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। चुनाव आयोग ने कहा कि इस तरह के तथ्यहीन आरोप न केवल कानून के प्रति पूर्ण अवहेलना दिखाते हैं, बल्कि पार्टी द्वारा नियुक्त हजारों प्रतिनिधियों की ईमानदारी पर भी सवाल खड़े करते हैं और लाखों चुनाव अधिकारियों का मनोबल गिराते हैं, जो चुनावों के दौरान अथक मेहनत और पारदर्शी तरीके से काम करते हैं। मतदाताओं का समर्थन नहीं मिलने के कारण अपनी पार्टी के खिलाफ चुनाव नतीजे आने के बाद, यह कहकर चुनाव आयोग को बदनाम करने की कोशिश करना पूरी तरह से बेतुका है कि चुनाव आयोग ने समझौता कर लिया है।

 

महाराष्ट्र चुनाव फिक्सिंग आरोप पर चुनाव आयोग ने यह भी लिखा कि किसी के द्वारा प्रसारित कोई भी गलत सूचना चुनावों के दौरान राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त हजारों प्रतिनिधियों की बदनामी तथा चुनाव कर्मचारियों का मनोबल तोड़ने वाला होता है, जो इस बड़ी कवायद के लिए अथक परिश्रम करते हैं। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र की मतदाता सूची को लेकर लगाए गए निराधार आरोप कानून के शासन का अनादर है।

 

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