
इंदौर के मासूम का अंगदान, अबू धाबी परिवार को मिली नई उम्मीद
-
Manjushree
- April 15, 2025
मासूम की अंतिम भेंट बनी जीवन की नई शुरुआत
Indore organ donation: मध्य प्रदेश, इंदौर के अयान्वित के अंगदान से अबू धाबी में चार लोगों को नई जिंदगी मिली। इंदौर के श्याम छापरवाल परिवार के पुत्र विवेक और बहू पूजा दो बच्चों के साथ शारजाह में रह रहे थे। कुछ दिन पहले ही वह अपने दोस्त के यहां अबू धाबी गए थे। वहां अयान्वित को स्विमिंग पूल में डूबने के बाद शेख खलीफा हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान 5 अप्रैल को अयान्वित हमेशा के लिए दुनिया छोड़कर चला गया।
अयान्वित के अंगदान से बची चार जिंदगी
डॉक्टरों ने बताया कि यदि अयान्वित के परिवार अयान्वित के अंगदान के लिए तैयार हो जाए तो मासूम बच्चे का अंगदान से कम से कम चार लोगों को जीवन दे सकता है। आखिरकार अयान्वित के माता-पिता ने अंगदान की सहमति दे दी। 9 अप्रैल को सभी सरकारी प्रक्रिया पूरी कर डॉक्टरों ने अयान्वित का दिल, लिवर और दोनों किडनी दान में ले लिए। छापरवाल परिवार के सभी रिश्तेदार इंदौर में रहते हैं, इसलिए अयान्वित का अंतिम संस्कार इंदौर में करने का फैसला लिया गया।
ये भी पढ़े- क्या देश प्रेम से बढ़कर हैं 4 करोड़ रूपए और ज़मीन?
चोट लगने से गई जान
इंदौर निवासी विवेक छापरवाल और पूजा छापरवाल कुछ साल पहले शारजाह शिफ्ट हो गए थे। 29 मार्च को वे अपने दोनों बेटे अयान्वित और अतुलित के साथ अपने एक मित्र के यहां अबू धाबी गए थे। विवेक छापरवाल के दोस्त जिस अपार्टमेंट में रहते हैं वहां एक स्वीमिंग पूल भी था। पूल में अयान्वित ने जैसे ही छलांग लगाई, उसका सिर फर्श से टकरा गया। इससे उसके सिर पर गहरी चोट आई।
छोटे अयान्वित की बड़ी विरासत
अयान्वित के माता-पिता उसे तुरंत अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे ब्रेनडेड घोषित कर दिया। उसका 5 अप्रैल तक अबू धाबी के अस्पताल में इलाज चला। बाद में माता-पिता ने बेटे के अंगदान से परिवार को जीवन देने का फैसला लिया। इसके बाद बच्चे का दिल, लिवर और दोनों किडनियां के अंगदान से नया जीवन मिला और प्रत्यारोपण भी सफल रहा। इसके बाद बच्चे के पार्थिव शरीर को अबू धाबी सरकार ने भारत भेजा। इसका खर्च भी अबू धाबी सरकार ने ही उठाया।
इंदौर अंगदान पहल एक ऐसा उदाहरण पेश किया है जिसने पूरे देश को भावुक कर दिया। शहर के एक 6 वर्षीय इंदौर मासूम अंगदान से अबू धाबी के एक परिवार को जीवनदान मिला। India to Abu Dhabi organ donation यह सिर्फ एक अंगदान नहीं, बल्कि मानवता, संवेदना और जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण का प्रतीक है। और यह सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि एक पूरे परिवार की जिंदगी की कहानी है, जिसे अब नए सिरे से जीने का अवसर मिला।
भारत में हर साल लाखों लोग life-saving organ donation की प्रतीक्षा में होते हैं, लेकिन उनमें से केवल कुछ को ही समय पर अंग मिल पाता है। हर साल भारत में करीब 5 लाख लोग organ donation के अभाव में अपनी जान गंवा देते हैं।
ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करें- The India Moves
महत्वपूर्ण खबर
Categories
- देश (2079)
- अपराध (147)
- मनोरंजन (337)
- शहर और राज्य (338)
- दुनिया (847)
- खेल (376)
- धर्म - कर्म (637)
- व्यवसाय (182)
- राजनीति (562)
- हेल्थ (186)
- महिला जगत (55)
- राजस्थान (490)
- हरियाणा (61)
- मध्य प्रदेश (57)
- उत्तर प्रदेश (224)
- दिल्ली (256)
- महाराष्ट्र (169)
- बिहार (183)
- टेक्नोलॉजी (187)
- न्यूज़ (82)
- मौसम (108)
- शिक्षा (115)
- नुस्खे (83)
- राशिफल (374)
- वीडियो (1052)
- पंजाब (35)
- ट्रैवल (19)
- अन्य (45)
- जम्मू कश्मीर (84)
- उत्तराखंड (11)
- तेलंगाना (1)
- छत्तीसगढ (5)
- गुजरात (7)
- हिमाचल प्रदेश (1)
- पश्चिम बंगाल (7)
- असम (0)
- केरल (1)
- झारखंड (2)
- ओडिशा (0)
- त्योहार (18)
Vote / Poll
क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..