
केबीसी में ऐसा क्या है जो बच्चे-बूढ़े सभी हैं फैन ?
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Neha
- October 10, 2024
KBC Entertainment News : कौन बनेगा करोड़पति भारत ही नहीं, शायद दुनिया का भी सबसे ज्यादा देखा जाने वाला टीवी गेम शो है। साल 2000 में इस पॉपुलर गेम शो की शुरुआत हुई थी, ऐसे में इसे चलते हुए 24 साल हो गए हैं। इसने जहां भारत में एक अलग दर्शकवर्ग तैयार किया जो एंटरटेनमेंट के साथ ही अपना सामान्य ज्ञान भी बढ़ाना चाहता था, वहीं इसी गेम शो ने अमिताभ बच्चन के गिरते फिल्मी करियर को भी संभालने में काफी मदद की। लंबे समय तक भारतीय सिनेमाई परदे पर अपना दबदबा कायम रखने वाले अमिताभ बच्चन का फिल्मी करियर ढलान की ओर जाने लगा, ऐसे समय में उन्होंने इस गेम शो के जरिए टीवी स्क्रीन पर शो के होस्ट के रूप में उपस्थिति दर्ज करवाई और फिर से लोगों के चहेते बन गए।
केबीसी को देखते हैं हर वर्ग के लोग
लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि आखिर केबीसी में ऐसा क्या है कि हर उम्र, हर वर्ग का व्यक्ति इसे न सिर्फ देखना चाहता है, बल्कि इसमें पार्टिसिपेट भी करना चाहता है ? दरअसल इसके पीछे कई कारक जिम्मेदार हैं। यह एक मानव स्वभाव है कि अगर हमें कोई चीज कम मेहनत करके मिल रही हो, तो हम स्वाभाविक तौर पर उसकी ओर जरूर आकर्षित होते हैं। यही वह सबसे बड़ी वजह है कि अगर हम केबीसी में पार्टिसिपेट न भी करना चाहें, तो भी घर बैठे ही सही हर सवाल का जवाब देना और हमारा जवाब सही है या नहीं, यह देखना पसंद करते हैं।
परिवार के साथ देखा जा सकने वाला शो है केबीसी
इसके अलावा केबीसी एक ऐसा शो है, जिसे हम अपने परिवार के साथ भी बड़ी आसानी से देख सकते हैं। ऐसे में आज जब सोशल मीडिया, टीवी, ओटीटी सब जगह कंटेंट की भरमार है, लेकिन सेंसरशिप उतनी प्रभावी रूप से लागू होती नहीं दिखाई देती, तो हम केबीसी जैसे शो को देखना ज्यादा पसंद करते हैं। इससे जहां हमारा एंटरटेनमेंट होता है, दूसरी तरफ हमारी नॉलेज भी बढ़ती है। साथ ही अमिताभ बच्चन आज भी फिल्मों में सक्रिय हैं। यही वजह है कि आपके दादा-दादी से लेकर आपके माता-पिता और खुद आपको भी अमिताभ बच्चन को केबीसी होस्ट करते हुए देखना अच्छा लगता है।
शो की व्यूअरशिप को प्रभावित करने वाले कई कारकों का रखा जाता है ध्यान
इसके साथ ही आपने इस बात पर भी गौर किया होगा कि टीवी-रेडियो पर कई विज्ञापन उसी समय दिखाए या प्रसारित किए जाते हैं, जब उन वस्तुओं से जुड़े लोग टीवी या रेडियो सुन रहे हों। केबीसी की ऑनएयर टाइमिंग को लेकर भी इस बात का खास तौर पर ख्याल रखा गया है। यही वजह है कि केबीसी को कभी भी दिन के समय या शाम को 7-8 बजे ऑनएयर नहीं किया जाता। ऐसा इसलिए क्योंकि ये वो समय है जब लोग या तो घर नहीं लौटे होते, या महिलाएं घर में खाना बना रही होती हैं। ऐसे में केबीसी की व्यूअरशिप पर असर पड़ सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए केबीसी का ऑनएयर टाइम 9 बजे रखा जाता है, ताकि पूरा परिवार एकसाथ बैठकर आसानी से शो देख सके। इस टाइम स्लॉट को प्राइम टाइम कहा जाता है। वहीं शो की शुरुआत में ऐसे सवाल पूछे जाते हैं, जिनका जवाब छोटा बच्चा भी बिना किसी परेशानी के दे सकता है। इससे बड़ों के साथ ही छोटे बच्चों में भी शो को लेकर क्रेज बना रहता है। वहीं व्यूअर्स को शो में पूछे जाने वाले सवालों के आपस में जवाब देने के लिए कोई पैसा भी खर्च नहीं करना पड़ता। इससे ये उनके लिए एक अच्छा एंटरटेनमेंट भी साबित होता है।
कई बदलावों से होकर केबीसी ने पूरा किया 24 साल का सफ़र
- आज भी ये गेम शो अपने रनिंग पीरियड में व्यूअरशिप के मामले में दुनिया के सबसे पॉपुलर शोज की फेहरिस्त में शुमार होता है। फिलहाल इसके 16वें सीजन का टीवी पर प्रसारण किया जा रहा है। समय के साथ-साथ शो के फॉरमेट में भी कई बदलाव किए गए हैं।
- शुरुआत में केबीसी में 1 करोड़ रुपए विनिंग प्राइज मनी रखी गई थी।
- साल 2005-06 में शुरू हुए दूसरे सीजन में विनिंग प्राइज मनी को बढ़ाकर 2 करोड़ रुपए कर दिया गया।
- पहले 2 सीजन को जहां अमिताभ बच्चन ने होस्ट किया, वहीं 2007 में आए तीसरे सीजन में शो के होस्ट शाहरुख खान थे, हालांकि इस दौरान शो की रेटिंग में भारी गिरावट दर्ज की गई।
- 2010 में केबीसी के चौथे सीजन की शुरुआत हुई और शो के होस्ट के रूप में अमिताभ बच्चन की भी वापसी हुई। इसके साथ ही पहले 3 सीजन तक जहां शो हफ्ते में सिर्फ एक दिन टेलीकास्ट होता था, वहीं चौथे सीजन से इसे हफ्ते के 4 दिन सोमवार से गुरुवार तक टेलीकास्ट किया जाने लगा। वहीं इस सीजन की टैगलाइन भी काफी चर्चित रही। इस बार की टैगलाइन थी 'कोई भी सवाल छोटा नहीं होता'। चौथे सीजन में भारतीय रुपए की मुद्रा के साथ केबीसी का नया लोगो भी लॉन्च किया गया। इस सीजन से एक जैकपॉट सवाल भी जोड़ा गया, जिसका सही जवाब देने पर विजेता को 5 करोड़ रुपए बतौर प्राइज मनी दिए जाते थे। इसके अलावा पहले 3 सीजन में जहां कुल 15 सवाल पूछे जाते थे, वहीं इस बार सवालों की संख्या को भी घटाकर 13 तक सीमित कर दिया गया। साथ ही पहले और दूसरे सवाल के लिए 30 सैकंड, तीसरे से 7वें सवाल के लिए 45 सैकंड का टाइमर भी निर्धारित किया गया। वहीं आगे के सवालों के लिए कोई अधिकतम समय सीमा निर्धारित नहीं की गई थी। वहीं अगर पार्टिसिपेंट किसी सवाल का जवाब देने के लिए लाइफलाइन इस्तेमाल करने की मांग करता था, तो टाइमर वहीं रुक जाता था। इस चौथे सीजन में डबल डिप और आस्क द एक्सपर्ट जैसी नई लाइफलाइन जोड़ी गईं।
- केबीसी के 5वें सीजन में सिर्फ एक बड़ा बदलाव किया गया था। इस बार केबीसी में घर बैठे जीतो जैकपॉट सेग्मेंट जोड़ा गया था। इसमें घर बैठे कोई भी व्यक्ति शो ऑनएयर के दौरान शो में पूछे गए एक सवाल का सही जवाब देकर 1 लाख रुपए जीत सकता था। व्यूअर्स को अपने फोन से एसएमएस के जरिए सवाल का जवाब देना होता था।
- 7वें सीजन में केबीसी में प्राइज मनी को 5 करोड़ से बढ़ाकर 7 करोड़ रुपए कर दिया गया। इसके साथ ही शो के दौरान पूछे जाने वाले सवालों की संख्या को बढ़ाते हुए फिर से 15 कर दिया गया। इस सीजन में पावर पपलू नाम की एक नई लाइफलाइन दी गई थी, जबकि डबल डिप और आस्क द एक्सपर्ट जैसी दो पुरानी लाइफलाइन को 50:50 और फ्लिप द क्वेश्चन से बदल दिया गया। इसके साथ ही फोन अ फ्रेंड लाइफलाइन में समय सीमा को बढ़ाकर 30 सेकंड से 45 सेकंड कर दिया गया। वहीं आखिर के 4 सवाल सप्त कोटि संदूक का हिस्सा बना दिए गए थे।
- साल 2014 में केबीसी का 8वां सीजन ऑनएयर हुआ। इस सीजन में पहली बार केबीसी के कुछ एपिसोड्स मुंबई से बाहर शूट किए गए थे। इस सीजन में सवालों की संख्या फिर से घटाते हुए 14 कर दी गई थी। 50:50 लाइफलाइन को फिर से डबल डिप से रिप्लेस कर दिया गया था, वहीं फ्लिप द क्वेश्चन को त्रिगुनी से रिप्लेस कर दिया गया था। फोन ए फ्रेंड का समय फिर से 30 तक घटा दिया गया। वहीं शुरुआत में जहां शो का रनिंग टाइम डेढ़ घंटे था, वहीं 8वें सीजन में रनिंग टाइम घटाकर 1 घंटे कर दिया गया।
2014 के बाद केबीसी ने 2017 में नया सीजन टेलीकास्ट किया और इसमें पहली बार सवालों की संख्या बढ़ाकर 16 कर दी गई। इनमें से पहले 5 सवालों के लिए 45 सेकंड और उसके बाद छठे से 10वें सवाल के लिए 1 मिनट का समय मिलता था। इसके साथ ही हफ्ते में 5 दिन शो को टेलीकास्ट किया जाने लगा। - साल 2020-21 में जब दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही थी, इस दौरान भी केबीसी ने लोगों को एक नई उम्मीद देने का काम किया और इस दौरान भी शो का टेलीकास्ट जारी रहा। हालांकि इस सीजन में कोरोना महामारी की वजह से स्टूडियो में ऑडियंस नहीं थी।
- साल 2021 में एक बार फिर से केबीसी के 13वें सीजन में स्टूडियो ऑडियंस की वापसी हुई और इसी सीजन में केबीसी ने अपने 1000 एपिसोड्स भी पूरे किए।
- मौजूदा समय में केबीसी का 17वां सीजन चल रहा है।
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