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आधार कार्ड 2, लेकिन फोटो एक, इटावा में कथावाचक पर खुलासा

आधार कार्ड 2, लेकिन फोटो एक, इटावा में कथावाचक पर खुलासा

यूपी के इटावा में कथावाचक की पिटाई और सिर मुंडवाने के मामला शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा है। इस मामलें में पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज की है। पुलिस को कथावाचक के पास से दो फर्जी आधार कार्ड मिले हैं। दोनों आधार कार्ड का नंबर एक ही है और उस पर एक ही व्यक्ति की फोटो भी लगी है, लेकिन उस पर नाम अलग-अलग है। उसके एक आधार कार्ड में नाम मुक्त सिंह और दूसरे में मुकुट मणि अग्निहोत्री लिखा है। दोनों आधार कार्ड में नंबर समान हैं और दोनों में फोटो मुकुट मणि की ही है। कथावाचक विवाद को लेकर पूरे गांव में आक्रोश फैला हुआ है।

 

दोनों कथावाचक पर जाति छुपाने और छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है। इटावा पुलिस जांच के आधार पर पुलिस ने बीते बुधवार की रात को दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। कथावाचक फर्जीवाड़ा पर पुलिस अब दोनों आधार कार्ड को लेकर जांच कर रही है कि आखिर ये कैसे हुआ और ये दोनों आधार कार्ड कहां से बनवाए गए।

 

बुधवार को इटावा SSP ऑफिस पहुंची एक महिला ने कथावाचक पर छेड़खानी का आरोप लगाया। महिला ने कहा कि वो उन्हें पूजनीय मान रहे थे, उनका सम्मान कर रहे थे, लेकिन उनकी हरकतें ठीक नहीं थी। बाद में हरकतें जब बढ़ती गई तो उनसे माफी मंगवाई।

 

आपको बता दें कि 21 जून को कथावाचक बनकर मुकटमणि यादव और संत सिंह यादव कथा सुनाने आए थे, जिन्हें जाति छिपाने के आरोप में गांव से निकाल दिया गया था। कथावाचक फर्जीवाड़ा पर एसएसपी बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि यजमान ने भागवताचार्यों पर जाति छुपाने और छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी, जिसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। पुलिस बाकि आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास में लगी है।

 

ऐसा कहा जा रहा है कि जाति छुपा करके मुकुट मणि कथा करने आया था। आयोजक पाठक बाबा ने कथावाचकों को बुलाया था। उनका आरोप है कि कथावाचक ने अपने आपको ब्राह्मण बताया था। ब्राह्मण बनकर ही सभी जगह कथा कह रहे थे। हमसे अग्निहोत्री ब्राह्मण कहकर आए थे। कथावाचक फर्जीवाड़ा पर अब ब्राह्मण महासभा ने ऐलान किया है कि अगर इनके खिलाफ सख्त एक्शन नहीं हुआ तो वो आंदोलन करेंगे।

 

ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करें- The India Moves

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