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कोलकाता लॉ कॉलेज से जुड़े मामले में पुलिस ने एक सिक्योरिटी गार्ड को किया गिरफ्तार

कोलकाता लॉ कॉलेज से जुड़े मामले में पुलिस ने एक सिक्योरिटी गार्ड को किया गिरफ्तार

25 जून को कोलकाता के कस्बा इलाके में स्थित लॉ कॉलेज में लॉ स्टूडेंट से हुए गैंगरेप की वारदात सामने आई थी। जिसमे पुलिस ने तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। 27 जून 2025 शुक्रवार को अलीपुर अदालत में तीनो आरोपियों को पेश किया गया। उन्हें 1 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।

 

अब इस मामले में पुलिस ने एक और आरोपी की गिरफ्तार किया है। जो कॉलेज के सिक्योरिटी गार्ड पिनाकी बनर्जी (55 वर्ष) है। गैंगरेप की घटना के मामले में अब तक ये चौथी गिरफ्तारी है। लॉ की छात्रा के साथ हुई घटना ने सिर्फ बंगाल ही नहीं पूरे देश को झकझोर कर दिया है। इस घटना को लेकर लोग में आक्रोश है।

 

कोलकाता लॉ कॉलेज मामला में पुलिस ने पुष्टि की है कि दो अन्य आरोपी संस्थान के मौजूदा छात्र हैं और पीड़िता के वरिष्ठ हैं। कॉलेज प्रशासन ने बताया कि TMCP के यूनिट का पूर्व अध्यक्ष मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा को हाल में 45 दिनों की अनुबंध अवधि के लिए संस्थान में अस्थायी गैर-शिक्षण कर्मचारी के रूप में नियुक्त किया गया था।

 

कोलकाता लॉ कॉलेज की घटना को लेकर विपक्षी दलों ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। वाम दलों, भाजपा, कांग्रेस और एआईडीएसओ के समर्थकों की कस्बा पुलिस थाने के बाहर पुलिसकर्मियों के साथ झड़प हुई। पुलिस ने बताया कि पीड़िता की तरफ से न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष गोपनीय बयान दर्ज कराने की प्रक्रिया भी चल रही है।

 

इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने कोलकाता कॉलेज छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना को गंभीरता से लेते हुए कोलकाता पुलिस आयुक्त को पत्र लिखा और मामले में तत्काल व समयबद्ध जांच के निर्देश दिए।

 

जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य अर्चना मजूमदार ने कोलकाता लॉ कॉलेज मामला को लेकर कोलकाता पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा, "यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि मैं कोलकाता में ही हूं और लगातार पुलिस से संपर्क करने की कोशिश कर रही हूं, लेकिन अभी तक हमें कोई जानकारी नहीं दी गई है। मैंने साउथ कोलकाता की एसपी को मैसेज किया, लेकिन उनका कोई जवाब नहीं आया। शायद वह बहुत व्यस्त हो।"

 

अर्चना मजूमदार ने आगे कहा कि आयोग पीड़िता की लोकेशन और उसका पता जानना चाहता है, लेकिन उसे यह जानकारी दी नहीं जा रही. उन्होंने आरोप लगाया कि पीड़िता को कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल ले जाया गया था, लेकिन वहां मेडिकल जांच नहीं कराई गई. उन्हें कहा गया कि पीड़िता को कोलकाता मेडिकल कॉलेज ले जाया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब कहा जा रहा है कि आज पीड़िता को एनआरएस मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल ले जाया जाएगा, लेकिन वह भी संदिग्ध है।

 

उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि जानबूझकर मेडिकल जांच में देरी की जा रही है। मुझे डर है कि कहीं इस मामले में भी वैसा ही न हो जैसा आरजी कर केस में हुआ था. हम पीड़िता के हित में काम कर रहे हैं।

 

सूत्रों के मुताबिक, पीड़िता ने पुलिस को बताया कि आरोपी ने छात्रा को स्टूडेंट काउंसिल के जनरल सेक्रेटरी पद देने का लालच देकर कॉलेज में बुलाया था। बताया जा रहा है कि टीएमसी नेता छात्रा से रेप करता रहा। वहीं वहां मौजूद अन्य दो आऱोपी उसकी मदद करते रहे। लड़की आरोपियों से रहम की भीख मांगती रही।

 

ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करें- The India Moves

 

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