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Ashok Gehlot: पूनिया-चौधरी की गिरफ्तारी पर बवाल, अशोक गहलोत ने बताया अलोकतांत्रिक

Ashok Gehlot: पूनिया-चौधरी की गिरफ्तारी पर बवाल, अशोक गहलोत ने बताया अलोकतांत्रिक

राजस्थान की सियासत उस वक्त गरमा गई जब युवा कांग्रेस अध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया (Youth Congress President Abhimanyu Poonia) और छात्र नेता निर्मल चौधरी (Nirmal Chaudhary) को शनिवार सुबह पुलिस ने राजस्थान विश्वविद्यालय परिसर से हिरासत में ले लिया। इस कार्रवाई के बाद कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र का अपमान बताते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसे अलोकतांत्रिक बताते हुए दोनों नेताओं को तत्काल रिहा करने की मांग की है।

 

गहलोत (Ashok Gehlotने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, “युवा कांग्रेस अध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया (Youth Congress President Abhimanyu Poonia) और निर्मल चौधरी (Nirmal Chaudhary) को परीक्षा के दौरान हिरासत में लेना न केवल अन्यायपूर्ण है, बल्कि लोकतंत्र का भी सीधा उल्लंघन है। जनप्रतिनिधियों को जनहित के मुद्दे उठाने का अधिकार है, जिसे इस तरह दबाया नहीं जा सकता।”

 

पूनिया ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा, “राजस्थान विश्वविद्यालय परिसर से मुझे और भाई निर्मल चौधरी को गिरफ्तार कर पुलिस ने कायरता का परिचय दिया है। क्या अब बीजेपी के इस क्रूर शासन में आम आदमी की आवाज उठाना अपराध हो गया है?”

 

इस कार्रवाई की आलोचना केवल अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) तक ही सीमित नहीं रही। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी इस मुद्दे को सोशल मीडिया पर उठाया और दोनों नेताओं की रिहाई की मांग की।

 

पुलिस प्रशासन की ओर से अभी तक कोई स्पष्ट बयान सामने नहीं आया है, लेकिन विपक्ष ने इस घटना को राज्य सरकार की लोकतांत्रिक व्यवस्था पर सीधा हमला करार दिया है।

 

ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करें- The India Moves

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