Dark Mode
  • day 00 month 0000
RCB की जीत का जश्न बना मातम: बेंगलुरु भगदड़ में 11 की मौत, 11 परिवारों का दर्द

RCB की जीत का जश्न बना मातम: बेंगलुरु भगदड़ में 11 की मौत, 11 परिवारों का दर्द

बेंगलुरु में 4 जून 2025 को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की आईपीएल 2025 जीत के बाद आयोजित विजय परेड में एक दुखद घटना घटी। चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भारी भीड़ के कारण मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई और 30 से अधिक लोग घायल हो गए। स्टेडियम की क्षमता महज 35,000 दर्शकों की थी, लेकिन विजय परेड में 3 लाख से अधिक लोग जुट गए थे। भीड़ नियंत्रण के अभाव में गेट तोड़ने की कोशिशों के कारण भगदड़ मच गई। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया, लेकिन स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई।

 

मृतकों की पहचान

 

मृतकों में 13 वर्षीय दिव्यांशी, 19 वर्षीय साहना, 20 वर्षीय भौमिक और 21 वर्षीय श्रवण शामिल हैं। इनमें से कुछ लोग अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ चुके थे, जबकि कुछ को अस्पताल में मृत घोषित किया गया।

 

प्रशासन की लापरवाही

 

घटना के बाद राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इसे एक बड़ी त्रासदी बताते हुए जांच के आदेश दिए। विपक्षी दलों ने कांग्रेस सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए न्यायिक जांच की मांग की है। 

 

खिलाड़ियों और नेताओं की प्रतिक्रिया

 

विराट कोहली ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए इसे दिल दहला देने वाली घटना बताया। सचिन तेंदुलकर, हरभजन सिंह और कमल हासन जैसे प्रमुख हस्तियों ने भी शोक व्यक्त किया है। घटना को लेकर सवाल उठाते हुए बीजेपी ने पूछा, "300000 लोग वहां कैसे पहुंच गए? क्या उनके लिए परमिशन दी गई थी? जब पुलिस ने इजाजत नहीं दी, तब यह विक्ट्री मार्च कैसे हुआ?" बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि इस पूरे मामले की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए. साथ ही डीके शिवकुमार को जनता से माफी मांगनी चाहिए. बीजेपी ने सवाल किया कि जब अभिनेता अल्लू अर्जुन को भगदड़ के एक पुराने मामले में गिरफ्तार किया गया था, तो फिर इस मामले में डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया पर कार्रवाई क्यों नहीं होनी चाहिए?

 

टिकटों की कालाबाजारी का भी आरोप


बीजेपी ने यह भी आरोप लगाया कि इस कार्यक्रम के लिए 25000 अतिरिक्त टिकट बेचे गए, जिससे भीड़ अनियंत्रित हो गई और यह त्रासदी घटित हुई. बीजेपी की मांग है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो और जो भी जिम्मेदार हों, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.

यह घटना दर्शाती है कि बड़े आयोजनों में सुरक्षा इंतजामों की अहमियत कितनी अधिक होती है। प्रशासन की लापरवाही और भीड़ नियंत्रण के अभाव में हुई इस त्रासदी ने जश्न को मातम में बदल दिया। आगे से ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए कड़े सुरक्षा उपायों की आवश्यकता है।

 

ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करें- The India Moves 

Comment / Reply From

Vote / Poll

क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..

View Results
Yes
10%
No
90%

Talk to us?